किसान साथियों 2025 में ये सोयाबीन की बेस्ट वैरायटी जो मचाएगी तहलका देगी उत्पादन अपार (Soybean Variety) जाने डिटेल्स में..
Soybean Variety | किसान साथियों भारत के केरल के तट पर 24 मई को मानसून ने दस्तक दे दी है मानसून ने अपने पिछले 16 सालों का रिकॉर्ड इस बार तोड़ा है और 2009 के बाद सबसे जल्दी मानसून इस बार इंटर हुआ है
अब ऐसे में मध्य प्रदेश राजस्थान और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख सोया उत्पादक राज्यों में किसानों ने बिजाई की तैयारी करना प्रारंभ कर दिया है सोयाबीन की बिजाई दोस्तों मानसून सीजन में सबसे अधिक क्षेत्र में की जाती है और इस बार भी किसानों के द्वारा दोस्तों काफी बड़े क्षेत्र पर सोयाबीन की बिजाई की जाएगी | Soybean Variety
लेकिन किसानों के लिए कुछ ऐसी विशिष्ट वैरायटी होती हैं जो कि किसानों को काफी अच्छा उत्पादन दे सकती है उनके क्षेत्र के अनुसार और आज के इस आर्टिकल में हम आपको सोयाबीन की तीन ऐसी प्रमुख वैरियटयों के बारे में अवगत कराने वाले हैं
जिनका उत्पादक किसानों को काफी अच्छा देखने को मिलेगा और यह सोयाबीन कम समय में पककर तैयार हो जाएगी तो आईए जानते हैं इसके बारे में और विस्तार से और कौन सी है वह 3 सोयाबीन वैरायटी एवं उन में क्या-क्या विशेषताएं रहेंगे
Soybean Variety | एनआरसी 150 सोयाबीन वैरायटी
एनआरसी 150 सोयाबीन इंदौर सोयाबीन अनुसंधान एनआरसी एस के द्वारा कई वर्षों के अनुसंधान और प्रयोग के द्वारा विकसित की गई है यह एक नवीनतम सोयाबीन वैरायटी है जो कि किसानों को उत्पादन तो अच्छा देगी उसी के साथ में यह सोयाबीन की अगली किस्म है इस सोयाबीन को पककर पूर्ण रूप से तैयार होने में 92 दोनों का समय लगता है
इस सोयाबीन किस्म में कुछ विशेषताएं इस प्रकार भी है कि यहां सोयाबीन किसानों को हार्वेस्टर से कटने के लिए उपयुक्त रहेगी क्योंकि इसकी फलिया दोस्तों पौधे से कुछ ऊपर लगती है और इसमें फलिया चाटने वाली समस्या किसानों को नहीं देखने को मिलेगी
जिसे किसान इस वैरायटी को आसानी से हार्वेस्टिंग करवा लेंगे इस वैरायटी में फूलों का रंग आपको सफेद देखने को मिलेगा इसमें रोग प्रतिरोधक में क्षमता भी काफी अच्छी देखने को मिलने वाली है | Soybean Variety
उसी के साथ में यह एक तीन दाने वाली सोयाबीन वैरायटी है जो की गोलाकार पत्तों के साथ में किसानों को देखने को मिलेगी औसतन इसकी बिजाई किसान 40 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से कर सकते हैं
और लाइन से लाइन की दूरी 14 इंच के आसपास किसान रख सकते हैं हालांकि इसमें किसानों को अपने क्षेत्र के हिसाब से परिवर्तन अवश्य करना होगा
इसका औसतन उत्पादक किसानों को प्रति हेक्टेयर 30 से 35 क्विंटल तक देखने को मिल सकता है क्योंकि क्षेत्र के हिसाब से और मौसम के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है
सोयाबीन की JS 2433 प्रमुख वैरायटी Soybean Variety
किसान साथियों हमारे मध्य राज्यों में किसानों के द्वारा JS वैरायटी की सोयाबीन को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है यह एक ऐसी वैरायटी है जिसकी दो प्रमुख प्रजातियां JS 9560 एवं JS 2034 किसानों के द्वारा काफी दिनों से उगाई जा रही है
लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इन वैरायटी में कुछ समस्या देखने को मिली जैसे कि नए-नए वायरसों का आगमन उत्पादन कम पीला रोग अधिक देखना और कुछ अन्य प्रमुख समस्याएं जिस वजह से किसानों का रुख अब दो वैरायटी की जगह वैरायटी पर है अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जबलपुर के द्वारा एक नई सोयाबीन वैरायटी को विकसित किया गया है
जो की सोयाबीन की अगली वैरायटी है और यह किसानों को काफी अच्छा उत्पादन देने वाली है इस वैरायटी का नाम है JS 2433 यह वैरायटी भी JS की अन्य वैरायटी की तरह ही है
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यह भी कम अवधि में तैयार होने वाली सोया वैरायटी है इसका औसतन तैयार होने का समय 90 दिन तक बताया जा रहा है इस वैरायटी में किसानों को रोग प्रतिरोधक में क्षमता काफी अच्छी देखने को मिलेगी उसी के साथ में किसान यदि इस वैरायटी का चयन कर रहे हैं तो इसका आदर्श बिजाई दर 40 किलोग्राम प्रति एकड़ बताया जा रहा है
इसकी भी लाइन से लाइन की दूरी किसानों को 14 इंच के आसपास रखती है जो कि क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है एवं इसका ऑस्टिन उत्पादक किसानों को 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से देखने को मिल सकता है और यह आगे की सब्जियों की खेती करने के लिए पर्याप्त गुणा वाली वैरायटी है
सोयाबीन की JS 2303 वैरायटी Soybean Variety
किसान साथियों मध्य प्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र के कुछ प्रमुख इलाकों में किसानों के द्वारा अगली सोयाबीन वैरायटी का चयन अधिक किया जाता है क्योंकि किसान इन वैरियटयों की हरवेस्टिंग के तुरंत बाद कुछ ऐसी सब्जियां की खेती करना पसंद करते हैं जो की शुरुआत के दिनों में ही किसानों को लगानी अनिवार्य होती है
जैसे की आलू प्याज लहसुन और शरबती गेहूं अब ऐसे में एक ऐसी सोयाबीन वैरायटी है जो कि किसानों को काफी जल्द ही हार्वेस्टिंग की सहूलियत देती है और काफी अच्छा उत्पादन भी किसानों को इस वैरायटी का देखने को मिलता है
इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी बढ़िया देखने को मिलेगी इस वैरायटी का नाम है JS 2303 यहां वैरायटी मध्य क्षेत्र में काफी प्रचलित वैरायटी है इसका उत्पादक किसानों को काफी अच्छा देखने को मिलता है | Soybean Variety
उसी के साथ में यह वैरायटी 88 से 90 दिनों में पूर्ण रूप से हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती है इसका औसतन उत्पादन किसानों को 31.90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और 7 क्विंटल प्रति बीघा देखने को मिल सकता है
प्रिया पाठक
जो भी जानकारी हमने आज के आर्टिकल में आपसे साझा की है यह किसानों के निजी अनुभव एवं इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न स्रोतों से ली गई है जो किसान अपने इलाके के हिसाब से ही किसी भी सोयाबीन वैरायटी या किसी अन्य फसल का चयन करें किसी भी प्रकार प्रचार इस आर्टिकल में नहीं किया गया है यह सिर्फ किसानों को जानकारी पहुंचाने के लिए इन वैरायटी को सम्मिलित किया गया है बाकी आप खेती संबंधित कोई भी कार्य निजी अनुभव से करें