1 एकड़ में काली हल्दी की इस खेती से किस ने कमाए 36 लाख रुपए (Black Turmeric Cultivation) पड़े डिटेल्स में पूरी जानकारी..
Black Turmeric Cultivation | औषधीय खेती किसानोंकी बदल सकती है किस्मत जी हां किसान साथियों पारंपरिक खेती देश भर में हमारे किसानों के द्वारा की जाती है पारंपरिक खेती में गेहूं मक्का सोयाबीन सरसों चना आदि फसल आती है जिनका उत्पादन तो किसानों को अच्छा देखने को मिलता है
लेकिन मार्केट में उसे तरह के भाव किसानों को नहीं मिल पाते हैं कई बार मौसम की मार भी किसानों को रुला देती है अब कुछ किसान ऐसे में बागवानी है कि सब्जियों की खेती करते हैं उसमें भी किसानों को उत्पादन अच्छा देखने को मिलता है लेकिन भाव एवं मौसम की मार किसानों को नुकसान पहुंचा देती है
यदि किसान ऐसे में कोई एक ऐसा विकल्प तलाशते हैं जो की उत्पादन भी अच्छा दिन और उसके भाव भी किसानों को अच्छे देखने को मिले तो उनके पास में एक आखिरी विकल्प औषधि खेती बचती है
औषधि खेती से किसान काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और देश भर में हमारे के ऐसे किसान बंधु है जो की काफी अच्छे तरीके से औषधि वर्गी सब्जियों की खेती कर रहे हैं और काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं और इसी कड़ी में आज हम आपको बताने वाले हैं
काली हल्दी के बारे में विस्तार से जानकारी और काफी दिनों से काली हल्दी की खेती कर रहे मध्य प्रदेश के सागर जिले के शोभाराम पटेल के बारे में बताने वाले हैं
जिन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में एक एकड़ में काली हल्दी की खेती से 30 लाख रुपए कमाने की बात कही है और उन्होंने काली हल्दी की खेती से संबंधित कई जानकारी किसानों से साझा की है तो यह आर्टिकल किस साथियों आपके लिए काफी लाभदायक होने वाला है आर्टिकल को अंत तक पढ़े यदि आप भी कुछ औषधि वर्गी फसलों की खेती करना चाहते हैं तो
औषधि वर्गी फसलों की खेती से किसान काम सकते हैं अधिक मुनाफा | Black Turmeric Cultivation
किसान साथियों देश भर में हमारे किसानों की सबसे पहली पसंद पारंपरिक खेती है पारंपरिक खेती के साथ-साथ कुछ किसान पशुपालन व्यवसाय या फिर अन्य किसी सब्जी वर्गी फसल की खेती करते हैं लेकिन शोभाराम पटेल जी के अनुसार यदि किस पारंपरिक खेती की जगह औषधि वर्गी फसलों की खेती करें तो वह अधिक मुनाफा कमा सकते हैं
क्योंकि औषधि वर्गी जो भी फासले होती हैं वह 8 से 9 महीने की फसल होती है और बाकी ग्रीष्मकालीन सीजन में किसान किसी भी अन्य फसल की खेती कर सकते हैं जैसे कि मूंग छिया सीड्स आदि अब इसी कड़ी में उन्होंने काली हल्दी के बारे में बताया है की काली हल्दी की बुवाई जून माह में की जाती है
और इसकी हार्वेस्टिंग फरवरी माह में कर ली जाएगी और उसके बाद बच्चे बाकी समय में किसान अन्य किसी भी फसल की खेती कर सकते हैं यानी कि कृष्णा एक ही जमीन से दो फसलों का उत्पादन ले सकते हैं और जिनके दम भी किसानों को बाजारों में काफी अच्छे मिल जाएंगे | Black Turmeric Cultivation
और केंद्र सरकार की कई योजनाओं के माध्यम से किसानों को काफी अच्छी सब्सिडी इन फसलों की खेती पर उपलब्ध करवाई जा रही है यानी कि किसान यदि खेती प्रारंभ करना चाहते हैं औषधि वर्ग फसलों की तो उन्हें सरकार की तरफ से भी समर्थन दिया जाएगा
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कैसे की जाती है काली हल्दी की खेती | Black Turmeric Cultivation
किसान साथियों काली हल्दी एक औषधि वर्गी फसल है इसकी खेती के लिए किसानों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना है सबसे पहले आप जिस भी जमीन पर काली हल्दी की खेती करने के विचार में है उसे जमीन पर पानी का भराव नहीं होना चाहिए अन्यथा आपके उत्पादन में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है
उसी के साथ में काली हल्दी एक ऐसी फसल है जो की विभिन्न बीमारियों में काम आती है तो किसान इसे बाजार में बेचने के किसान अपने दैनिक इस्तेमाल में भी ले सकते हैं यह फसल कई प्रकार की बीमारियों से बचती है अब यदि इसकी बुवाई की हम बात करें तो सबसे पहले आपको बाजार से इसका बीज खरीदना होगा
बीज की एवरेज अच्छी क्वालिटी की कीमत ₹700 किलो तक हो सकती है इस प्रकार की औषधि वर्गी फसलों में किसानों को ज्यादा रसायनों की आवश्यकता नहीं होती है इसकी बुवाई के लिए आपको सिर्फ और सिर्फ गोबर खाद की आवश्यकता होगी पांच टन तक का गोबर अब खेत में इस्तेमाल कर सकते हैं.. Black Turmeric Cultivation
खेत को आपको पहले ही तैयार करके रखना है और उसके बाद में बेड पद्धति की सहायता से आप इस फसल की खेती कर सकते हैं और आपको एक निश्चित दूरी पर ही बेड बनाने हैं और पौधे से पौधे की दूरी भी एक निश्चित अंतराल में ही रखती है
कितना मिल सकता है अधिकतम किसानों को उत्पादन | Black Turmeric Cultivation
शोभाराम पटेल जी के अनुसार काली हल्दी की खेती में किस अधिकतम 50 कुंतल प्रति एकड़ तक का उत्पादन भी ले सकते हैं और यदि हम एक एवरेज लें तो 30 क्विंटल से लगाकर 45 कुंतल के बीच में एवरेज किसानों को उत्पादन करने को मिल सकता है और बाजार में एवरेज काली हल्दी की कीमत ₹600 प्रति किलो तक किसानों को मिल जाएगी
इस हिसाब से किसान एक एकड़ से काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं यदि हम 30 के हिसाब से ही मुनाफा निकले तो यह देखने को मिलता है कि किसान 1 वर्ष में काली हल्दी की खेती से 36 लख रुपए कमा सकते हैं और इसमें से यदि हम खेती में खर्च निकाल दे तो किसानों का नेट प्रॉफिट एवरेज 25 लख रुपए के आसपास हो सकता है | Black Turmeric Cultivation
और उसके बाद में भी बाकी बच्चे समय में किसान के खेत खाली नहीं रहेंगे उसे समय पर भी किसान किसी न किसी सब्जी या फिर औषधि वर्गी फसल की खेती कर सकते हैं सबसे प्रमुख विकल्प चिया सीट से ही उभर के आता है
प्रिया पाठक
आज के आर्टिकल में जो भी जानकारी अपने पड़ी है यह मध्य प्रदेश के सागर जिले के जागरूक किसान शोभाराम जी के द्वारा एक सोशल मीडिया इंटरव्यू में बताई गई है इसमें उन्होंने काली हल्दी के बारे में विस्तृत जानकारी दी है और उसी के साथ में किसानों से उन्होंने आग्रह भी किया है कि किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ कुछ औषधि वर्गी और बागवानी वर्गी सब्जियों की खेती कर सकते हैं इससे किसानों को काफी अच्छा मुनाफा देखने को मिल सकता है धन्यवाद अवर टीम
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